कहते हैं प्यार किया नहीं जाता बस हो जाता है ! पर ना जाने क्यों, ये अक्सर वहीं क्यों हो जाता है, जहाँ कायदे से इसे नहीं होना चाहिए ! जमीं आसमान का फर्क था उन दोनों के स्तर में ! कहाँ महलों की मल्लिका "सोनाली" और कहाँ वह मामूली कर्मचारी का बेटा ! पर...पर फिर भी, न जाने कैसे , पर प्यार तो हो ही गया !! बरामदे में खड़ी सोनाली टकटकी लगाए बारिश की बौछारों में ना जाने क्या ढूंढ रही थी ! अचानक उसे बारिश में भीगे पेड़ों के झुण्ड के पीछे, किसी के होने का एहसास