पुलिस स्टेशन में घुसे तो मुख्य हिस्से में सुल्तान नजरबाएफ का बड़ा सा पोर्टेट लगा था। उनके बराबर में ही अब्दुला अरिपोव का फोटो भी था, जिन्होंने उज्बेकिस्तान का राष्ट्रगान लिखा है। पुलिस अफसर की कुर्सी के पीछे उज्बेकिस्तान का राष्ट्र चिह्न मौजूद था, उसके नीचे ही राष्ट्रगान लिखा हुआ था। जिसमें उज्बेक राष्ट्र की महानता का गौरव गाया गया है। ये वही अफसर था जो सुबह होटल आई टीम को लीड कर रहा था। उसने प्रोफेसर तारीकबी के प्रति काफी आदर दिखाया, दोनों ने अपने गालों से एक-दूसरे के गाल छूकर मिलन कार्यक्रम पूरा किया।