सुबह सुबह बुआ जी का फोन आ गया। मैंने नमस्कार कर पूछा "बुआ जी आज कैसे आपको अपनी भतीजी की याद आ गई। " "अरे याद तो रोज ही आती है बस टाइम ही नहीं मिल पाता। अच्छा छोड़ ।आज मैंने एक खुशखबरी देने के लिए तुझे फोन किया है।"" तो बताओ बुआ जी क्या खुशखबरी है।"" तेरे भाई रमन की शादी है।"" यह क्या कह रही हो बुआ ,रमन की शादी लेकिन वह तो शादीशुदा है ना!"" अरे वह भी कोई शादी थी। ना जात की ना बिरादरी की ।पता नहीं कैसे उस से दिल लगा बैठा और हमें भी