ऐ हवा सुन जरा..

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1. ऐ हवा सुन जरा....ऐ हवा सुन जरा आ इधर से चलें।रास्ते में खड़ा एक शक्स है जरा आ इधर से चलें।।ऐ हवा सुन जरा....हांथ में है लिये वो प्रेम का दिया आ इधर से चलें।बुझ न जाए प्रेम के उसके ये दिया आ इधर से चलें।।ऐ हवा सुन.....दोनों हांथ से पकड़ रखा है उसने दिया आ इधर से चलें।सिर से उसके चुनरी को ना हटा ए हवा आ इधर से चलें।।ऐ हवा सुन जरा........है नहीं डर मुझे कि बुझ जाए गा दिया हवा आ इधर से चलें।सिर से चुनरी हटी तो शर्म से बुझ न जाए दिया आ इधर