मैंने की थी मोहब्बत तूने दिल्लगी की थी तूने खेल खेला था मेरे साथ औ मैंने तेरे नाम ज़िन्दगी की थी।। लोग प्यार करते है औ एक दूजे के साथ रहते हैं प्रियतम को छूकर उसके होने का अहसास करते हैं।। और मेरी किस्मत में न तू था न तेरा साथ था, थी तो मीलों की दूरी औ बस तेरा अहसास था।। इस अहसास के सहारे मैंने बुने थे ढेर सारे सपने सपने बुनते तेरे साथ ही बस जीने की बंदगी की थी तूने खेल खेला था मेरे साथ औ मैंने तेरे नाम ज़िन्दगी की थी।। जैसे मिला था मुझे