सबूत सुच्चा सिंह , ये तू किन्हें उठा लाया है ? सामने खड़े , दुबले-पतले से दिखने वाले ग्रामीण युवक तथा पास खड़ी , सांवले - मंझोले कद - काठी वाली युवती की ओर इशारा करते हुये इंस्पैक्टर सुमेर सिंह ने अपनी लंबी व तीखी मूंछों को मरोड़ते हुये कहा । ‘ ‘सर, ये प्रेमी -प्रेमिका हैं । शिवाजी पार्क के एक कोने में झगड़ रहे थे । ये इस लड़की को जबरदस्ती अपनी साइकिल पर बैठाने की कोशिश कर रहा था । और यह लड़की बार-बार मना कर रही थी । ‘ ‘क्यों बे मज़नू की औलाद । कहां