गुमशुदा की तलाश (23)सरवर खान ने जैसा सोंचा था वैसा ही हुआ। मदन ने उसे लक्ष्य पर रख कर दरवाज़ा खोलने को कहा। मेन डोर तक पहुँचने के लिए दो अर्धगोलाकार सीढ़ियां थीं। सरवर खान ऊपर की सीढ़ी पर खड़े थे। मदन उनके नीचे वाली सीढ़ी पर खड़ा था। मदन ने दोनों गन सरवर खान पर तान रखी थीं। सरवर खान दरवाज़ा खोलते हुए पूरे सतर्क थे। मदन बहुत सट कर खड़ा था। यदि दरवाज़े का पल्ला ज़ोर से खोला जाता तो वह हड़बड़ा