सीमा और तनु के समझाने से भी नहीं समझने वाली बबिता अपने स्कूल में व्यस्त हो गई। आर्यन इतना तो अवश्य मान चूका था कि बबिता भी उसे पसंद करती है। लेकिन उसके सांवले रंग और मोटी काया के कारण उसके वैवाहिक संबंध बनते-बनते बिगाड़ गये। युवकों ने उसे सिरे से खारिज कर दिया था। किन्तु मां सीमा के विभिन्न प्रयासों और स्वयं की दृढ़ इच्छाशक्ति शक्ति के बल उसने न केवल अपने शरीर को छरहरी काया में परिवर्तित किया अपितु रूप-सौन्दर्य को सुन्दर बनाने में भी चमत्कारी कामयाबी हासिल कर ली।