ऐ चुप! ऐसा नहीं कहते। नवीन ने सुन लिया तो? शालिनी ने सौम्या को डांटते हुये कहा। नवीन ने सौम्या की कहीं बात सुन ली थी। उसने गैस सिलेंडर अन्दर किचन में जाकर बदल दिया और खाली वाला गैस सिलेंडर उठाकर पुनः साईकिल पर रख दिया। शेष रूपये टेबल पर रख वह जाने लगा। अरे कहां चल दिये नवीन! नाश्ता तो कर लो। शालिनी समझ चूकी थी की नवीन को सौम्या की बातें चूभ गई है।