कनॉट प्लेस से घर वापिस आते हुए वे रास्ते भर चुप ही रहे, क्योंकि पापा तेज़ी से गाड़ी चला रहे थे. कनॉट प्लेस में खाना खाते, खरीद्दारी करते और इधर-उधर घूमते हुए काफ़ी समय निकल गया था. इस कारण पापा को ट्यूशन पढ़ाने जाने के लिए कुछ देर हो गई थी. जैसे ही वे लोग घर के पास पहुँचे, पापा ने मम्मी और मोहित को गाड़ी से उतारा और ख़ुद वहीं से ट्यूशन के लिए चले गए.