ओह! ! सिर को हल्के से झटका। कुछ देर को आँखों को बंद करके, लेटने को जी कर रहा है ! खाना खाने की बिल्कुल इच्छा नहीं, मन में घबराहट भी है ! इतने बड़े कमरे में अकेले सोने की सोचकर ही मन में भय पैदा हो रहा है। क्या वो स्वयं ही रवि को फोन करके बता दे ? हां बता देती हँ क्या होगा थोड़ी देर नाराज हो जायेंगे, हो जाने दो क्या फर्क पड़ेगा, वैसे भी नाराज ही है। उसने मिला लिया फोन, हैलो