बंजारा मन कहीं देर तक टिकता नहीं न, जिन्हें घूमने का शौक हो रास्ता निकल ही जाता है, कहीं पढ़ा था, ट्रेवेल के बारे में कि, आप कहाँ पैदा हो, यह आपके बस में नहीं, पर आप कहाँ कहाँ घुमे, दुनिया देखे यह आपके बस में जरुर है, बस यही सोच का कीड़ा जब काटने लगता है तो अपना सफरबक्से में दो दिन के कपडे ले कर चल पड़ते हैं,. मध्यप्रदेश की एड देख देख कर, दिल में बच्चे सा उत्साह भर उठता है, बेटी पहले ही कुछ समय पहले घूम आई थी मध्य प्रदेश की उसने इतनी सुंदर तस्वीर खींची थी कि पढ़ा हुआ और सुना हुआ देखने का बहुत समय से दिल था।