श्रीनगर के बारे में सोचते ही यह पंक्ति याद आती है.. गर फ़िरदौस बररू-ए- ज़मीं अस्त हमीं अस्तो हमीं अस्तो हमीं अस्तो यानी अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है यहीं है यहीं है…यहाँ के gardens, सफ़ेद बर्फ से ढकी वादियाँ और गुलमर्ग, पहलगांव खूबसूरत नज़ारे यहीं बस जाने का न्योता देते हुए से लगते हैं