ममता अपनी असमंजस की स्थिति से उबरने के लिए जी जान से कोशिश करने लगी। कोशिशें ही कामयाब होती हैं और अंततः ममता भी सफल हुई। गर्दन को एक हल्का सा झटका देकर विचारों के प्रबल प्रवाह से बाहर आई और अनुराग की तरफ देखकर मुस्कुराई।