पुराने बरगद की चुड़ैल.....भाग १ गिरीश आज 20 वर्ष बाद अपने गाँव में स्थित अपनी पुश्तैनी हवेली में बापस आया था। वो अपने बच्चों की ज़िद पर यहां समर वेकेशन पर आया था। कार उसकी हवेली के सामने आकार रुक गई तो उसमें से गिरीश की पत्नी स्टैलीना जो कनाडा की थी उसके तीन बच्चे और उसका गहरा मित्र सुरेश निकले।उन्हे देखकर शंभू जो गिरीश का शाही नौकर था, जो कई वर्षों से वीरान पड़ी हवेली की हिफाजत कर रहा था।उसके पूर्वज भी यही अपनी सेवा देते थे।शंभू दौड़ता हुआ आया।और सामान उठाकर चल दिया। "सुरेश! ये हैं शंभू काका जो हमारी गैरमौजूदगी में