अदृश्य हमसफ़र - 18

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देविका ने एक गहरी सांस ली और कहना आरम्भ किया- जिस लड़की को अनुराग ने टूटकर चाहा, जिसे एक नजर में देखते ही अपना सब कुछ भूल बैठे थे, जो आज भी उनके मन प्राण पर कब्जा किये बैठी है वह आप हैं। हाँ उनकी मुंन्नी ही है। आज भी अगर वह मौत से लड़ रहे हैं तो इसीलिए कि कुछ अधूरी बातों को पूरा करना चाहते हैं। आपके सामने प्रायश्चित करना चाहते हैं कि यकायक आपके दूर जाने के उनके फैसले ने आपको जितने घाव दिए शायद कुछ मलहम लगा सके। आपसे माफी मांगे बिना तो उनको मुक्ति भी स्वीकार्य नही। देविका एक ही सांस में सब कुछ कह गयी और उसने गर्दन झुका ली।