गिरगाँव चौपाटी को महानगर का दिल कहा गया है इसका धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है गाँधीजी ने‘अँग्रेज़ों भारत छोड़ो’का नारा सर्वप्रथम ग्रांट रोड स्थित गवालिया टैंक से आरंभ किया था और क्रांतिकारियों का दल गिरगाँव चौपाटी समुद्र तट पर इकट्ठा हुआ था उस वक्त यह तट नारियल के पेड़ों से भरा था अब इक्का दुक्का ही रह गए हैं नारियल के पेड़ अब यहाँ नाना-नानी पार्क बन गया है जिसमें बुजुर्ग टहलते-बतियाते हैं