मनचाहा - 24

(42)
  • 8k
  • 5
  • 3.8k

मैं दरवाजा लोक करके मुडी तो साकेत मेरे सामने खड़ा था। मैं- साकेत तुम यहां? साकेत- हां वो तुमसे कुछ बात करनी थी। बुरा न मानो तो तुम्हारे रूम में चले। मैं- अर्जेंट है? साकेत- हां। मैंने रूम का लोक खोला और हम अंदर चले गए। मैंने साकेत से पूछा,- अब बताओ क्या बात है? साकेत- मैं कुछ दिनों से तुम्हें एक बात कहना चाहता था। पर पता नहीं कैसे कहूं? मैं- ज्यादा मत सोचो,बोलो अभी। साकेत- वो मैं तुमसे कहना चाहता था कि मैं तुमसे प्यार करता हूं। मैं - क्या?? (यह भी)ये कब हुआ? साकेत- पता नहीं कब