"गांव की पंडिताइन" आर0 के0 लाल विजयदशमी के अवसर पर पंडिताइन ने अपने घर में भंडारा किया। कई गांवों के लोगों को निमंत्रण दिया था। बड़ी संख्या में लोग आए थे। पंडिताइन बड़े रोब के साथ सबका स्वागत सत्कार कर रही थी। उनके पति पंडित सदाफल भी लाल साफा बांधे यजमानों को आशीर्वाद दे रहें थे। एकाध लोग अपना भविष्य जानना चाहते थे इसलिए वे उन्हें अगले हफ्ते का अपॉइंटमेंट भी दे रहे थे। उनके पट्टीदार द्वारका कह रहे थे कि देखो किस्मत भी क्या चीज होती है। अभी कुछ दिनों पहले तक पंडित सदाफल मांग कर काम