लग रहा था जैसे सारा पुण्य , आज उस बुज़ुर्ग महिला के खाते में जमा होने वाला है…. पाप और पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाली महिलाओं का जत्था अतृप्त सा लौट रहा था.अगले दिन फिर एक प्रौढ महिला के सिर पर हाथ रखा…उसके अगले दिन फिर बुज़ुर्ग महिला के सिर पर….लेकिन पांच दिन बाद एक युवा महिला के सिर पर हाथ पड़ा. उस युवा औरत का पति भी बाहर बरामदे में बैठा है. महाराज कमरे में बन्द हो गये हैं. ललितेश्वर महिला की मदद के लिये उपस्थित हैं. महाराज के कमरे में बंद होते ही पति निश्चिन्त हुआ है. अगले