कहानी: बाबू वो दिखने में सीधा साधा था लेकिन मस्ती करने में शैतान का दादा। बेशर्म इतना की कोई कितना ही टोका-टाकी करे उस चिकने घड़े पर कोई असर ना होता था। पर जब भी कोई उसे बाबू कहता तो वो बहुत ज्यादा चिढ़ जाता था। वैसे बाबू कोई ऐसा नाम न था जिससे चिढ़ा जाए, आज भी एक ही गाँव मे बाबू नाम के आपको कई बच्चे जवान और बूढ़े मिल जाऐंगे। पर उसे इस नाम से बचपन से ही घृणा थी। जब कभी वो पढ़ाई नही करता था, तो माँ अक्सर यही कहती थी कि पढ़ाई कर ले