शाम से ही कल्याणी देवी की कोठी में हवन की तैयारी चल रही थी। कोठी में केवल शोर उन्हीं का शोर सुनाई दे रहा था। सभी मुलाजिम बड़ी ही तत्परता से घर के सारे काम निपटा रहे थे। कल्याणी देवी उतर प्रदेश के गाँव की सबसे धनी तथा संपन्न परिवार की महिला है। समूचे गाँव में सिर्फ उन्हीं की कोठी थी, इसलिए गाँव के लोग उन्हें 'कोठी वाली मालकिन' कहकर बुलाए थें। उनके पति जिले की कचहरी में वकील लगे थें। वह मरणोपरांत काफी ज़मीन-जायदाद छोड़ गए थे। तभी मनोहर आकर बोला, "मालकिन सारी तैयारी हो चुकी है। सभी यजमानों का भोजन