“ हांजी ! हमें पता है. सच में? अच्छा ठीक है कल बात करतें है. अरे काम है मुझे.. ठीक ठीक कल कल...” बाय बोलते हुए अनुभा ने फोन काट दिया... “बड़ा गहरा रोमांस चल रहा है.” अचानक शशि की आवाज़ सुन कर चौंक कर अनुभा ने पूछा “अरे! तू कब आई? “तभी जब आप प्यार के सागर में गोते खा रही थीं,” शशि ने मुस्कुराते हुए कहा तो अनुभा अपनी स्मृतियों में खो गई... तभी शशि ने गम्भीर आवाज़ में कहा