जिंदगी कुछ हसीं कुछ ग़मगीन - 3

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पिछले अंक में आपने पढ़ा की कैसे इतनी मुश्किलों का सामना कर क भी कनिका का पूरा परिवार साथ खड़ा हुआ था और इसमें जिसने सबसे ज्यादा साथ दिया वो थे अंकल जी ..........अब आगे कनिका का परिवार धीरे धीरे साडी मुश्किलें उठाकर आगे बढ़ रहा था ... धीरे धीरे उन्होंने खुद को संभालना सीख लिया था अब तक कनिका भी अपने यौवन की देहलीज़ पर कदम रख चुकी थी और ये उसे तब पता चला जब वो अपने ही टूशन में आने वाल्के एक लड़के को पसंद करने लगी / तरुण वर्मा ---- है यही नाम था उसका तरुण