मनचाहा - 9

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अविनाश सर ने रवि सर को देखकर अपनी बाइक रोकी। आज वो भी बाइक से आए थे। हमारे पास आकर हंसके कहा- फिर से बंद? रवि सर- फिर से मतलब? पहले कब बंद हुई थी? मैं- जी कुछ दिन पहले। तब अविनाश सर ने ही हमारी मदद की थी। रवि सर- (अविनाश सर के सामने देखते हुए) ओ... अच्छा... तो कैसे शुरू हुई थी यह? मैं- सर ने ही शुरू कर दी थी। रवि सर- good! चल आजा अवि अब तू भी देखले, शायद तुझसे ही शुरू हो। स्कूटी शुरू करने की काफी कोशिश की पर वो शुरू ही नहीं