79 याना और विक्टर गुफा से बाहर की तरफ जाने लगे। गुफा को पार कर वह आगे बढ्ने लगे। दिशाओं की धारणा करते हुए उस दिशा में चलने लगे जहां से उन्होंने गुफा में प्रवेश किया था। दोनों कुछ समय तक चलते रहे किन्तु गुफा का वह मुख, जहां उन्होंने बरफ को काटा था, उन दोनों को दिखाई नहीं दिया। “अब तक तो वह प्रवेश स्थल आ जाना चाहिए था।“ याना ने संशय प्रकट कीया। “किंतु दूर दूर तक कहीं कोई संकेत ही नहीं मिल रहे है।“ “तुम अपना दिशा सूचक यंत्र निकालो। उसके सहारे हम उस स्थल