नाटक- बहूधन लेखक- आलोक कुमार शर्मा दृश्य-1 (सेठ जी के घर पर एक व्यक्ति कमल अपनी पत्नी के साथ अपनी बेटी का रिस्ता लेकर आया है सभी बैठक रूम मे बैठै है।) कमल - प्रणाम सेठ जी ,पंडित जी ने जैसा बताया था उससे कही ज्यादा आपका घर अच्छा है। सेठ जी - फोटो लाये हो बेटी का कमल - हाँ हाँ ये लिजिये । (सेठ जी फोटो देखते हुये सेठानी जी को दे देते है।) सेठानी जी - बिटिया तो बहुत सुन्दर है आपकी। कमल की पत्नी - आपके घर मे आकर तो राजकुमारी हो जायेगी। सेठ जी -