एक दिन चाँद को आसमान से धरती में झांकने पर एक झरोखे से निकलती सतरंगी आभा दिखी. चाँद ने आसमान में धीरे से नीचे आकर, थोडा सा झुक कर देखा. उसे पलंग पर बैठी हुई एक लड़की दिखी. वह सतरंगी आभा उस लड़की के कमरे से निकल रही थी. चाँद ने अपनी शीतल चांदनी को उस कमरे में उजाला करने भेजा. चांदनी से कमरा जगमगा उठा. सतरंगी आभा सात गुनी हो उठी.