ऐसे ही एक बार नार्थ इंडिया के एक शहर में ड्यूटी खत्म करके रुका। हालात ऐसे बने कि दो दिन रुकना पड़ा। वहीं एक कर्मचारी के साथ शाम को घूमने निकल गया। मस्त-मौला, खाने-पीने वाला वह आदमी बड़ा दिलचस्प इंसान था। बातचीत में इतनी जल्दी घुल-मिल गया कि मेरी जुबान पर निसंकोच यह बात भी आ गई कि फिलहाल मैं सिंगिल हूं। इसके पहले कई महिलाएं जीवन में आईं लेकिन सेटिल होकर रहना पसंद नहीं इस लिए ऐसे ही चल रहा है जीवन।