सुबह थोड़ी देर से ही आँख खुली, चाय लेकर आने वाले लड़के ने बताया कि कोई उसका नीचे हॉल में इंतज़ार कर रहा है. बहुत आश्चर्य हुआ उसे. गेस्ट हाउस के मैनेजर को छोड़कर, उसके यहाँ आने की खबर तो किसी को नहीं थी. और उसे भी सख्त ताकीद कर दी गयी थी कि कहीं चर्चा ना करें. पर ये तीव्र संचार माध्यम जो ना कराएं, पता नहीं कहाँ से खबर लग गयी. उसे चाय नीचे हॉल में ही लाने को कह तैयार होने चला गया. एक गोल-मटोल हंसमुख से सज्जन को इंतज़ार करते पाया. थोड़ी ही देर में अपने आचरण से मन मोह लिया उन्होंने. पता चला, जिस संस्था के बारे में जानकारी इकट्ठी करने वह आया है. उसी संस्था से जुड़े हैं और उसके वार्षिक कार्यक्रम में उसे आमंत्रित करने आए हैं.