खेल प्यार का...भाग 5प्रस्तावनायह कहानी वसिम और कायनात की प्रेम कहानी है मैं इस कहानी को आपके समक्ष पहली बार रजू करने जा रही हूं! लिखना आता है या नहीं वह तो आप पर निर्भर करता है मुझे जज आप करोगे देखते हैं मेरी संवेदनाएं इस कहानी में कैसे रंग लाती हैमुझे यकीन है कि आप लोगों को जरूर पसंद आएगी..!जैसे के अापने भगा 4 में पढा कि पहली बार का मिलन कायनात को पागल कर रहा था..! वैसे ही वसीम का हाल भी कुछ ऐसा ही था....! अब आगे )वसीम ओर कायनात की बड़ी मुश्किल से रात गुजरी!सुबह होते ही