भाग 4प्रस्तावना..... कहानी वसिम और कायनात की प्रेम कहानी है ! मैं इस कहानी को आपके समक्ष पहली बार रजू करने जा रही हूं! लिखना आता है या नहीं वह तो आप पर निर्भर करता है मुझे जज आप करोगे..! देखते हैं मेरी संवेदनाएं इस कहानी में कैसे रंग लाती है..!मुझे यकीन है कि आप लोगों को जरूर पसंद आएगी..!)जेसे के अपने भाग...3 में पढा की वसीम ने कायनात को अपने बाहों में ले लिया था.....? 4वसीम ने कायनात को बाहों में ले लिया! और कायनात उसकी बाहों मैं शर्माती हुई