करवटें बदलते बदलते थक गई थी लेकिन नींद आंखों से कोसों दूर थी।आती भी केसे कल मदर्स डे जो है। पूरे 5 साल के बाद दोनों बच्चे होस्टल से घर आए हे। इन 5 सालों में मदर्स डे पर सिर्फ फोन पर बात होती थी इसीलिए मैं बहुत उत्सुक थी,,कल सुबह रोज के जैसा अकेला दिन नहीं कटेगा। कल सुबह सब मेरे साथ होंगे ये दोनों मुझे क्या गिफ्ट देंगे ,मेरे लिए सरप्राइस प्लान की होगी सोनेकी कोशिश करतें हुए मैंने गहरा साथ लिया ।हां की ही होंगी मैंने खुद से जवाब दिया। 5 साल पहले दोनों बच्चे मदर्स डे