રૂહ સાથે ઈશ્ક રિટર્ન:-ભાગ 16 आ… ओ….. तेरे संग प्यार मैं नहीं तोडना चाहे तेरे पीछे जग पड़े छोड़ना ओ….. तेरे संग प्यार मैं नहीं तोडना मांग मेरी शबनम ने मोती भरे और नज़रों ने मेहंदी लगाई मांग मेरी शबनम ने मोती भरे और नज़रों ने मेहंदी लगाई नाचे बिन ही पायलिया छलकने लगी बिन हवा के ही चुनरी लहराई आज दिल से हैं दिल आ जोडना हो तेरे संग प्यार मैं नहीं तोडना રાતનો બીજો પહોર વીતી ગયો ત્યાં કબીરનાં કાને રાધાનાં મીઠાં અવાજમાં ગીત કાને પડ્યું..જ્યારે તમે જે વસ્તુની ઉમ્મીદ ના રાખી હોય અને