एक समाजसेविका अविवाहित रहने का व स्त्रियों के लिए काम करने का व्रत लेती है। शोध करने वडोदरा आती है क्योंकि गुजरात आत्महत्या करने वाली स्त्रियों के आंकड़ों में अग्रणी है। यहाँ उसे पता लगता है इसका बड़ा कारण है विवाहेतर सम्बन्ध फिर भी वह एक विवाहित प्रोफ़ेसर के प्रेम में जकड़ जाती है। इसमें प्यार हो जाने के बाद की बेबसी को दिखाया गया है।