आधी नज्म का पूरा गीत - 20

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किस तरह अमृता अपने लिखे से अपना बना लेती है....मैं तो एक कोयल हूँ मेरी जुबान पर तो एक वर्जित छाला है मेरा तो दर्द का रिश्ता..