छूटी गलियाँ - 7

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दूसरे दिन शाम को घूमने गया तो नेहा को बेंच पर बैठे पाया। अरे आप नमस्ते, कैसी हैं? कैसी रही बर्थ डे पार्टी? नमस्ते जी ठीक हूँ, पार्टी बहुत अच्छी रही, बहुत सालों बाद मैंने राहुल को उसके बर्थ डे पर इतना खुश देखा। आपका ये एहसान …। अरे कैसी बातें करती हैं आप। एक बच्चे को खुश करना भगवान की सच्ची प्रार्थना है। लेकिन कहते हुए वह अटकी। जी कहिये ना संकोच मत करिये।