ये नार्थ ईस्ट की लड़की की कहानी है जो होटल मैनेजमेंट करके कर्नाटक के एक रिज़ॉर्ट में काम करने आती है। उसकेअच्छे बुरे अनुभव से परिचित कराती है। ये उस बात का परिचय देती है कि किस तरह नार्थ ईस्ट के लोग कुछ बनने का सपना लेकर अपने प्रदेश से बाहर निकलते हैं। अपने प्रदेश विशेष रूप से दार्जिलिंग में चलती गोलियों ,कर्फ़्यू के कारण अपने घर वालो की चिंता में कैसे इनकी नींद उड़ जाती है। इस व्यवसाय से जुडी लड़कियों को किस तरह से हरफ़नमौला होकर काम करना पड़ता है।