“मि. वकील, अपनी क्लाइंट को बोलने से रोको। क्योंकि तुमने इसको कोर्ट में चुप रहने का स्टेट्स प्राप्त किया हुआ है।“ जज ने प्रतिवादी वकील की ओर देखते हुए अपना गुस्सा प्रकट किया। “नहीं, मुझे बोलना है।“ आफिया फिर से बोली तो जज के माथे पर बल पड़ गए। प्रतिवादी वकीलों ने आफिया को चुप रहने का संकेत किया, पर उसने किसी की परवाह नहीं की और अपनी बात पर अड़ी रही। आखि़र जज उससे सम्बोधित हुआ -