-: तीली का राज :- शर्माजी it seems we are forgetting something..शर्माजी ऐसे कैसे हो सकता ? ? मैंने अपने जीवन में कई तरह के केस साॅल्व किए हैं मसलन् .... चोरी, डकैती, हत्या , रेप लेकिन हर बार अपराधी ने कुछ न कुछ सबूत तो छोड़ा ही है । _( सिगरेट को ऐस्ट्रे में घिस कर विक्रांत शुक्ला ने अपने ही नाम राशि विक्रांत शर्मा से पूछा )_ Sharma:- शुक्लाजी आपकी तसल्ली के लिए कम से कम दस बार से ज्य़ादा सिपाहियों से और हम खुद भी कमरे की गहरी तलाशी ले चुके हैं । और अब भी यहीं इसी कमरे में खड़े