✍By:- surya rawat-: वीर भगत सिंह :-☆07- २८ ▪ B-19१-मैं भारत का वीर भगत सिंह हे भारत ! तुम्हें जगाने आया हूँ ।बारूद बिछाकर सीने में शत्रु मिटाने आया हूँ ।लहू ज्वार उबला है आज राष्ट्र धर्म निभाने आया हूँ ।मैं भारत का वीर भगत सिंह तुम्हे जगाने आया हूँ ।२-खोदो मिट्टी बारूद भरोशत्रु भूमि में हुँकार करो ललकार करो , अब तुम न डरो तुम्हारा भय भगाने आया हूँ ।मैं भारत का वीर भगत सिंह तुम्हे जगाने आया हूँ ।३-गूँज उठी प्रातः रणभेरी शत्रु पंजे में भूमि मेरी ।लहू उबालो प्रचंड करो ।शत्रु शीश काटो खंड - विखंड करो ।शत्रु का..... रक्त सुखाने आया हूँमैं