भीगे पंख - 11

  • 5.6k
  • 1.9k

सतिया की मीटिंग में आज बड़ी भीड़ थी। वह अपने हृदय में भरा हुआ क्षोभ, प्रतिशोध एवं तद्जनित विष का वमन कर रही थी। उसकी उत्तेजक बात सुनकर भीड़ तालियां पीटने लगी थी एवं सतिया और जोश में भरकर बोलने लगी थी,