? कुचक्र ? अजय श्रीवास्तव अपनी ही धुन के पक्के पर सरल स्वभाव के एक स्वाभिमानी इंसान थे। परिवार में दो बेटियां इंदू और सुधा और एक बेटा मुकुल था। पत्नी शील गृह कार्य में निपुण और धर्मभीरु थीं। अजय आयकर विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। पैंतालीस की आयु हो चली थी। यही वो वक्त है जब घर परिवार की आकांक्षाए व जिम्मेदारियां सबसे अधिक होती हैं। इस उम्र में अक्सर व्यक्ति बहुत महत्वकांक्षी हो जाता है। और फिर उन्हें साधने में शेष जिंदगी खप जाती है। तब लगता है कि हम ठगे