इस कड़ी में मैंने कुछ हास्य कविताओं को शामिल किया है. उम्मीद है पाठकों को पसंद आएगी. (१) हृदय दान हृदय दान पर बड़े हल्के फुल्के अन्दाज में लिखी गयी ये हास्य कविता है। यहाँ पर एक कायर व्यक्ति अपने हृदय का दान करने से डरता है और वो बड़े हस्यदपक तरीके से अपने हृदय दान नहीं करने की वजह बताता है। हृदय दान के पक्ष में नेता,बाँट रहे थे ज्ञान।बता रहे थे पुनीत कार्य ये, ईश्वर का वरदान। ईश्वर का वरदान , लगा के हृदय तुम्हारा।मरणासन्न को मिल जाता है जीवन प्यारा। तुम्ही कहो इस पुण्य काम