१.ये वकील दुनिया में नाम कर जाएगा ये वकील दुनिया में नाम कर जाएगा:हास्य व्ययंग: कविता: अजय अमिताभ सुमन जो कर न सके कोई वो काम कर जाएगा,ये वकील दुनिया में नाम कर जाएगा। फेकेगा दाना , फैलाएगा जाल,सोचे कि करे कैसे मुर्गे हलाल।आये समझ में ना , शकुनी को जो भी,चाल शतरंजी तमाम चल जायेगा .ये वकील दुनिया में नाम कर जायेगा। चक्कर कटवाएगा धंधे के नाम पे,सालो लगवाएगा