आज पांच वर्ष बाद व्याकुल होने का कारण एक तो यही था कि अब अन्नू से इस जन्म में मिल पाने की हर आशा समाप्त हो चुकी थी और दूसरी ओर मम्मी-पापा काफी जोर दे रहे थे कि अब मैं शादी कर ही लूँ .आखिर एकलौते बेटे को लेकर उनके भी तो कुछ अरमान रहे होंगें ? बिजनेस की आड़ ले -लेकर तीन साल से टालता रहा हूँ पर खुद से पूछता हूँ क्यों ? क्या अन्नू के लिए ----अब इस मृगमरीचिका से बाहर आना ही होगा ये मन ही मन निश्चय कर कल रात मम्मी द्वारा दिखाए गए एक लड़की के फोटो को देखकर मैंने हामी भर दी