पॉलिटेक्निक कॉलेज की छुट्टी हुई रेखा बाहार ही आयी थी के सूरज बाइक पे सामने खड़ा था दोनों एक दूसरे को बस देख्ते ही रहे फ़िर क्या था सूरज ने बाइक स्टार्ट की और घर को निकल गया.ये तो उसका रोज़ का काम ठ रेखा को बहोत पसंद कर्ता था शायद रेखा भी उसे काफ़ी पसंद करती थी पर अपने पापा के गुसेल स्वभाव से अच्छे से परिचित थी रेखा और सूरज दोनों एक ही मोहल्ले में रहते थे पर कभी एक दूसरे से अपने दिल आई बात कभी कह नही सके रेखा पॉलिटेक्निक कर रही थी और सूरज ने अपना स्नातक कर