मां कितने जतन से अपने बच्चों को पालपोस कर बड़ा करती हैं। वो चाहे अकेली हो या परिवार के साथ पर वो अपने बच्चों को परवरिश देती हैं ,पर क्या बच्चे अपनी एक माँ को ढंग से रख पाते हैं वो प्यार दुलार दे पाते हैं यही सब मांजी सोचते सोचते। जैसे ही बाथरूम में मांजी नहाने घुसी अचानक चप्पल से फिसली और गिर पड़ी ।दर्द से कराहते हुई अपने आप को संभाला और जैसे तैसे