प्यार एक जिंदगी का राझ......प्यार या नशा भी बहुत अदभुत होता है.किसी के लीए मर जाना, प्यार भी इश्वर की। तरह निर्मल पवित्र होता है कीसे कब कीसके साथ हो जाए पता न चलता .कभी प्यार का सफर जींदगीभर का होता है ,तो कभी प्यार जींदगी का एक राझ बनके रह जाता है. प्यार कि पुजा करते है ,उसे इश्वर का दरज्जा दिया जाता है ,कोई लोगों ने तो जरुरत समज के रख दिया हैऔर प्यार शब्द को शर्मसार करके रख दिया है.हम सपने तो देखते है अपने प्यार के साथ जीने मरने के पर वो जींदगी कि एक राझ