स्वाभिमान - लघुकथा - 23

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अरे! तू तो बीमार थी न कमली फिर क्यों आयी? और आज तो वैसे ही करवा चौथ है। मैं ये जानती हूं कि बीमार होने पर भी तू इसे छोड़ेगी नहीं तो आज और आराम कर लेती घर पर। 'बीबीजी सच कहूँ तो आपके साथ दिन भर रहने की आदत सी हो गयी है। आपके बिना मन नहीं लगता।